लगन और मेहनत रंग लाती है।

मुझे याद है तब मैं अपने फिजियोथेरापी कालेज से पास होकर अपने एक मित्र के साथ बिहार से रेवाडी़ हरियाणा गया था उस दौरान परिवार में एक हादसा हो गया और 1सप्ताह के अंदर वापस पटना बिहार आ गया,एक महीने बाद मुझे रेवाडी़ से फोन आया और मैं फिर वापस अपने मित्र के साथ हरियाणा रेवाडी़ लौट गया जैन समाज के द्वारा बनाए गए नवनिर्मित अस्पताल भगवान महावीर अस्पताल ,रेवाडी़ के लिए।वहां जाकर बतौर फिजियोथेरापिस्ट मैं अपनी बेहतरीन सेवा देने लगा नया जोश और जुनुन ने मुझे रेवाडी़ शहर के जैन समाज का चहेता बना दिया मैंने अपनी मेहनत के बदौलत वहां अस्पताल में अपनी एक अलग पहचान बनाई,रेवाडी़ के सत्येन्द्र जैन जो उस समय के तत्कालिन  रेल मंत्री के निजी सचिव हुआ करते थे। उनके परिवार के सभी सदस्यों को फिजियोथेरापी चिकित्सा मैं ही जाकर उनके घर पर दिया करता था मेरी मेहनत और लग्न से उन सभी सदस्यो को अच्छे परिणाम मिले जो उस अस्पताल के प्रमुख थे इस कारण जैन समाज,सैनी समाज तथा वहां के अहिरवाल समाज के बीच मेरी अच्छी पकड़ हो गई थी।
    अचानक बिहार में राज्य स्वास्थ्य समिती के द्वारा एक विज्ञापन आया राज्य के जिला एवम अनुमंडलीय अस्पतालों में संविदा के आधार पर नियुक्ति का मेरी बांछे खिल गई मुझे लगा अब अपने राज्य वापस लौटने का मौका आ गया है, मैं और मेरे साथ काम करने वाले सहयोगी मित्र और फिजियोथेरापिस्ट अजित कुमार ने रैवाडी छोड़ वापस पटना आने का निश्चय किया। हम वहां 2007से 2009तक रहे और 2009 में विज्ञापन आने के बाद वापस बिहार आ गए,तब से लगातार हम 2009से लेकर अभी तक इस फिजियोथेरापी और आंकुपेशनलथेरापी की नियुक्ति हेतु सरकारी तंत्र से लड़ते रहे और आज इस मुकाम पर पहुंचे।इस मुकाम तक पहुंचने में हम अपना स्वर्णिम 11साल लगाया इस दौरान सचिवालय से लेकर राज्य स्वास्थ्य समिती के इतने चक्कर लगाएं वो साथ में काम करने वाले हमारे सहकर्मी मित्र ही जानते होगे,इस दौरान घीरे घीरे सबका घैर्य टुटता रहा उनका साथ भी छुटता रहा लेकिन मैं लगातार इस संवर्ग को इस  मुकाम तक लाने के संघर्षरत रहा सब कहते थे नहीं होगा लेकिन मैंने कभी नही कहा नहीं होगा इस बात का जिक्र तक ना किया,मै हमेशा करता रहा आज नहीं तो कल तो होगा होगा कैसे नहीं उसी सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ता रहा।
         -------------------    क्रमंश: अगले अंक में शेष!!

Comments

  1. शानदार, जबरदस्त, जिंदाबाद✌️💙

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    1. God bless you dear for positive effort for the physiotherapist by the physiotherapist..... good luck and congratulations for your future endeavours...... Thanks a lot

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