पोस्ट कोविड चेस्ट फिजियोथेरेपी की ये सिंपल एक्सरसाइज जो आप किसी बेहतर फिजियोथेरापिस्ट की सलाह में कर सकते हैं

कोरोना वायरस हमारे फेफड़ों और हृदय पर गंभीर असर डालता है. ऐसे में जो लोग ओमिक्रोन कोरोना वायरस या डेल्टा वायरस से गंभीर रुप से संक्रमित हो रहे हैं वो रिकवरी के लिए फिजियोथेरेपी का सहारा ले रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो मरीज कोविड के गंभीर संक्रमण से बाहर आए हैं उन्हें ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने और फेफड़ों की रिकवरी में चेस्ट फिजियोथेरेपी काफी मदद कर रही है. थेरेपी से बड़ी संख्या में मरीज ठीक हो रहे हैं, चेस्ट फिजियोथेरेपी से मरीजों के सैचुरेशन यानि ऑक्सीजन लेवल में वृद्धि हो रही है साथ ही लंग्स की रिकवरी में भी मदद मिल रही है. डॉक्टर्स का कहना है कि चेस्ट फिजियोथेरेपी से छाती के अंदर जमा बलगम और सूखापन आने की वजह से सांस लेने में होने वाली तकलीफ को ठीक किया जा सकता है. आप घर पर भी इनसे जुड़ी एक्सरसाइज कर सकते हैं. आपको शुरुआत में धीरे-धीरे ही एक्सरसाइज करनी है. जानिए कौन सी ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें और उसे करने का तरीका. 


1- पर्स्ड लिप ब्रीदिंग एक्सरसाइज- इस एक्सरसाइज को करने से एयरवे को खुलने में मदद मिलती है. इसे करने का तरीका है
⦁ सबसे पहले किसी भी आरामदायक पोजीशन में बैठ जाएं, पीठ को सीधा रखते हुए हाथों को जांघों पर रख लें.
⦁ अब नाक से सांस लें, फफड़ों की बजाय सांस को पेट में भरें.
⦁ अब होठों से सीटी बजाते हुए 4-6 सेकेंड में पूरी सांस बाहर निकालें.
2- डायाफ्रामिक ब्रीदिंग एक्सरसाइज- इस एक्सरसाइज को करने से हार्ट रेट कम और ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है. इसे करने का तरीका है
⦁ सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं. अब सिर और घुटने के नीचे तकिया लगा लें. 
⦁ अपने कंधों को रिलैक्स करें और एक हाथ पेट और नाभि पर रखें, दूसर हाथ सीने पर रखें.
⦁ अब आपको करीब 2 सेकेंड तक नास से सांस लेनी है ऐसा करने पर पेट की मांसपेशियों में खिचाव हो सकता है.
⦁ अब मुंह से धीर-धीर सांस छोड़ते हुए पेट से सारी हवा बाहर निकलें.
3- बैलून ब्लोइंग ब्रीदिंग एक्सरसाइज- इस व्यायाम से आपके पलमोनरी और रेस्पिरेटरी फंक्शन को मजबूती मिलेगी. जानते हैं इसे करने का तरीका.
⦁ सबसे पहले नाक से गहरी सांस लें
⦁ अब मुंह से पूरी सांस गुब्बारे के अंदर भर दें.
4- स्ट्रॉ एक्सरसाइज- कोरोना के बाद फेफड़ों को स्वस्थ बनाने के लिए ये काफी अच्छी एक्सरसाइज है. आइये जानते हैं इसे करने का तरीका.
⦁  सबसे पहले नाक से गहरी सांस लें.
⦁  अब स्ट्रॉ की मदद से मुंह के जरिए सांस पानी में छोड़ें.
⦁ ऐसा करने से पानी में बुलबुले बनेंगे, कोशिश करें कि पानी में ज्यादा बुलबुले बनें.
5- एक्टिव साइकिल ऑफ ब्रीदिंग टेक्नीक- इससे फेफड़े में जमा बलगम साफ होता है. जानते हैं इसे करने का तरीका क्या है.
⦁ आपको सबसे पहले हाथों को पेट पर रखकर किसी चेयर पर बैठना है और गहरी सांस लेनी है.
⦁ अब 3 सेकेंड के लिए मुंह से सांस भरें, 4 सेकेंड सांस रोकें और 5 सेकेंड में धीरे-धीर सांस को बाहर निकालें
⦁ अब आधा मुंह ओपन करके गहरी सांस लें, 2-3 सेकेंड के लिए सांस रोकें और फिर जोर से छोड़ें.
                ये मेरा खुद का अनुभव है कोविड 19 से ग्रस्त होने के बाद एक फिजियोथेरापिस्ट के तौर पर स्वयं किए जाने वाले चेस्ट फिजियोथेरापी और अस्पताल में कार्य करने के दौरान पोस्ट कोविड मरीजों के साथ काम करने के अनुभव के आधार पर।mritunjayphysio.blogspot.com

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