फिजियोथेरापी एक बेहतरीन चिकित्सा विज्ञान
मैं आपको फिजियोथेरेपी और इससे होने वाले फायदों के बारे में बताना चाहता हुँ।आम तौर पर लोग फिजियोथेरेपी के बारे में इतना जानते हैं कि जब किसी का कोई ऑपरेशन हुआ हो तो उसके बाद डॉक्टर फिजियोथेरेपी की सलाह देता है।या लकवे के मरीजों,फ्रैक्चर, ऐक्सीडेंट या कोई स्पोर्ट्स एंजुरी वाले लोगों को इस थेरेपी की सलाह दी जाती है।लेकिन आज के समय में केवल रोगी ही नहीं, बल्कि स्वस्थ्य लोग भी चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह लेते हैं।मौजूदा समय में स्मार्ट और सामान्य स्वास्थ्य समाधान के लिए फिजियोथेरेपी काफी लोकप्रिय होती जा रही है. इसकी लोकप्रियता और भरोसे का कारण यह भी है कि फिजियोथेरेपी इसके विशेषज्ञ ही करते हैं।फिजियोथेरेपी का हिंदी अर्थ है भेाैतिक चिकित्सा। इस विधा के पेशेवर डॉक्टर को फिजियोथैरेपिस्ट कहा जाता है।ये बाकायदा साढ़े चार वर्षीय BPT डिग्री होती है।इसके पोस्ट ग्रेजुएट दो वर्षीय तथा डाक्टरेट की ड्रिग्री भी उपलब्ध है।एक अच्छे फिजियोथैरेपिस्ट की पहचान है - उसका धैर्य, संयम,और वाक्-चातुर्य....इन दक्षताओं के द्वारा वे उपचार के दौरान मरीज का ध्यान दर्द से हटा देते हैं।और उसमें प्रेरणा और सकारात्मकता की भावना जागृत कर देते हैं, जिससे रोगी शारीरिक तौर पर ही नहीं मानसिक रूप से भी जल्दी ही स्वस्थ हो जाता है।स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि ऑपरेशन के बाद एवम् फ्रैक्चर पीड़ितों के अतिरिक्त गर्भवती महिलाओं ,अस्थमा के मरीजों,कंधे व कमर दर्द को भी फिजियोथेरेपी की सलाह दी जाती है। देश के हर बड़े अस्पताल में फिजियोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध होती है या आप किसी फिजियोथेरेपी क्लीनिक पर जाकर चिकित्सा लाभ ले सकते हैं।आजकल फिजियो की घर पहुंच सेवा उपलब्ध है।इसकी खास बात यह है कि फिजियोथेरेपिस्ट मरीज पर व्यक्तिगत तौर पर ध्यान देता है जो किसी हॉस्पिटल या क्लीनिक में संभव नहीं हो पाता है फिजियोथेरेपिस्ट की निगरानी में व्यायाम ने भी घर तक उपलब्ध होने वाली फिजियोथेरेपी सेवा की लोकप्रियता को बढ़ाया है। अगर आपको किसी भी प्रकार की चोट ,मोच ,घुटनों व जोड़ों का दर्द, खेल में लगी हुई चोट या मांसपेशियों का खिंचाव, फ्रोजन शोल्डर, गर्दन दर्द या कमर दर्द,संतुलन ना बना पाना,ऑटिज्म, एड़ी का दर्द आदि है या महिलाओं को पेल्विक फ्लोर से जुड़ी समस्याएं हैं तो आप फिजियोथैरेपिस्ट की सलाह से उपचार ले सकते हैं।इस विधा में हॉट एप्लिकेशन, कोल्ड एप्लिकेशन, एक्सरसाइज,स्ट्रेचिंग, इलेक्ट्रो थेरेपी,और कई नई तकनीकें शामिल हैं जिनके द्वारा विभिन्न शारीरिक समस्याओं का उपचार किया जाता है। इलेक्ट्रो थेरेपी इस विधा का बहुत प्रभावी एवं दीर्घकालिक उपचार है।इसमें विद्युत ऊर्जा का उपयोग उपचार के लिए करते हैं। यह मांसपेशियों को उत्तेजित कर उनमें रक्त प्रवाह बढ़ाती है तथा अंदरूनी घाव व मोच को ठीक होने में मदद करती है एवम् उत्तकों को लचीला बनाकर मांसपेशियों की ऐंठन में आराम दिलाती है।सबसे खास बात यह है कि इससे बिना दर्द निवारक दवाओं का उपयोग किए असहनीय दर्द से निजात पाने में सहायता मिलती है।दर्दनिवारक दवाओं के बढ़ते दुष्प्रभाव से बचने के लिए लोगों का रुझान फिजियोथेरेपी के प्रति बढ़ा है।तो मांसपेशियों से जुड़ी कोई भी समस्या और दर्द होने पर दर्द निवारक दवा और इंजेक्शन की बजाय डॉक्टर की सलाह से फिजियोथेरेपी का रुख़ करें।
और बेहतर लिखने की कोशिश रहेगी
ReplyDeleteबहुत अच्छा लिखे हैं डाक्टर मृत्युंजय जी ।
ReplyDeleteधन्यवाद सर।उम्मीद करुगाँ और बेहतर लिखुँ
DeleteNice article DrMirtunjay 👌👌
ReplyDeleteधन्यवाद सर
DeleteKeep it up,
ReplyDeleteVery good article
धन्यवाद सर ऐसे ही आपका स्नेह बना रहें
ReplyDeleteNice article 👌👌👌😊.
ReplyDeleteYou're going good......
धन्यवाद
DeleteNice article
ReplyDeleteधन्यवाद
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