भौतिक चिकित्सक समाज के लिए वरदान है,मगर सरकारी उदासीनता के कारण लाचार

भौतिक चिकित्सा आधुनिक चिकित्सा का वो वर्ग है जो जन्मजात विकृति और रोगों के उपचार से लेकर बुढापे तक मानवता के लिए कार्य करता है।ये चिकित्सा प्रणाली मरन्नासन्न अवस्था में पड़े बीमार व्यक्ति के अंदर नई उर्जा का संचारन कर उसे फिर से जागृत कर वापस उसे उसकी जिन्दगी में लौटाता है जहाँ वो फिर से अपने सभी कार्यो को बखुबी स्वयं करने के काबिल हो जाता है
       आज भारत में भौतिक चिकित्सा प्रणाली की स्थापना सर्वप्रथम मुम्बई महानगरपालिका के अन्तगर्त संयुक्त राष्ट्र और डब्लुएचो की सहायता से 1953 में बीएमसी के अस्पताल से हुई,1962 में इण्डियन फिजियोथेरापी एसोसिएशन की स्थापना हुई। आज 50 बर्ष बीत चुके है, इस चिकित्सा विज्ञान ने आज जितनी प्रगति अपने बलबुते किया उसमें सरकार का रवैया उदासीन रहा आज तक हमारे चिकित्सा प्रणाली का कोई राष्ट्रीय मानक तैयार नहीं हो पाया, सरकार के स्तर से इसकी पढाई और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर के कई संस्थान बनाए गए जहाँ भौतिक चिकित्सा की पढ़ाई होती है,कई निजी संस्थान भी खोले गए जहाँ स्नातक,परास्नातक तथा पीएघडी तक की पढाई करवाए जाते है
      इतना सबकुछ होने के बाद भी आज राष्ट्रीय स्तर का मानक नहीं बन पाया कई राज्यों में राज्य सरकारों के अच्छे रवैये के कारण वहाँ राज्य स्तर पर कौंसिल का निर्माण हो गया और कई राज्यों में ये मामला अभी अधर में लटका हुआ है,राष्ट्रीय स्तर पर भी स्वतंत्र कौंसिल निर्माण संबधित प्रक्रिया कई बार आगे बढ़ी मगर राष्ट्रीय स्तर के भौतिक चिकित्सक संगठन और सरकार के उदासीनता के कारण ये अधर में लटक गया आज जब नरेन्द्र मोदी की सरकार के द्वारा चिकित्सा प्रणाली के कई संवर्गों को मिलाकर सामुहिक अलाईड हेल्थ कौंसिल बिल के तहत अन्य संवर्गों के साथ हमें भी रखा गया है ,भले ही उसमें हमें स्वतंत्र रुप से कार्य करने की छुट मिली हो मगर ये न्योचित नहीं है हम भौतिक चिकित्सकों के साथ हमारी शुरु से मांग रही हैं स्वतंत्र कौंसिल की और यहाँ सरकार के स्तर से सामुहिक रुप से बने कौंसिल में शामिल कर हमारे चिकित्सा विज्ञान के साथ धोखा दिया गया है।थ

Comments

  1. और बेहतर साम्रग्री के साथ और बेहतर लिखने की कोशिश रहेगी

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  2. Excellent view on Physiotherapy profession

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  3. भौतिक एवं व्यावसायिक चिकित्सक दोनों ही बहुत जरूरी है

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    1. जी सर जरुर अगली बार साथ में रहेगा पोस्ट

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  4. Yes pt and ot both are important for society

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  5. Ignore kr ke rkha hai govt ne Ayush ko apna liya par Physiotherapy ke sth suro se ignore ya to independent council kre ya fr puri trh Band hi kr de

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    1. जी हाँ आयुष चिकित्सकों के लिए सरकार आगे आगे आ रही है मगर हमलोगो के लिए हितकारी कार्य नहीं हो यहै

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