विश्व गठिया दिवस 12अक्टुबर पर बिशेष जोड़ों को स्वस्थ्य और दर्द से बचने के लिए इन खाद्य पदार्थों का करें सेवन।

विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day 2020) हर साल 12 अक्टूबर को मनाया जाता है.ये दिन गठिया के उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. गठिया का अर्थ है सूजन या एक या अधिक जोड़ों की सूजन होना. गठिया का सबसे आम रूप ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) है. अन्य सामान्य रूपों में गठिया (gout) , संधिशोथ (rheumatoid) और ल्यूपस (lupus) शामिल हैं. गठिया उन सभी कामों को सिमित कर सकता है जो चलकर किये जाते हैं.चलना, साइकिल चलाना और तैरना गठिया के दर्द को कम करता है और कार्य, मनोदशा और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करता है. लोग अपने वजन को नियंत्रित करके घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के जोखिम को कम कर सकते हैं.
    विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day 2020) हर साल 12 अक्टूबर को मनाया जाता है.ये दिन गठिया के उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. गठिया का अर्थ है सूजन या एक या अधिक जोड़ों की सूजन होना. गठिया का सबसे आम रूप ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) है. अन्य सामान्य रूपों में गठिया (gout) , संधिशोथ (rheumatoid) और ल्यूपस (lupus) शामिल हैं. गठिया उन सभी कामों को सिमित कर सकता है जो चलकर किये जाते हैं.चलना, साइकिल चलाना और तैरना गठिया के दर्द को कम करता है और कार्य, मनोदशा और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करता है. लोग अपने वजन को नियंत्रित करके घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के जोखिम को कम कर सकते हैं.

      गठिया से पीड़ित खाएं ये खाद्य पदार्थ

1. ओमेगा -3 फैटी एसिड और विटामिन डी में सैल्मन मछली में फैटी एसिड उच्च होती हैं, जो सूजन और गठिया के लक्षणों की गंभीरता को कम करने में मदद करती हैं.

2. लहसुन में एक विरोधी भड़काऊ प्रभाव होता है जो ऑस्टियोआर्थराइटिस के जोखिम को कम कर सकता है.

3. ब्रोकली जैसी हरी सब्जियों में सल्फोराफेन होता है जबकि पालक में केम्पफेरोल होता है, ये एंटीऑक्सिडेंट गठिया की प्रगति को धीमा कर देते हैं.

भोजन गठिया से पीड़ित होने से बचने के लिए

1. अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य (Highly processed foods) पदार्थ सूजन को बढ़ाते हैं और गठिया से पीड़ित लोगों को इससे बचना चाहिए.

2. शराब पीने की खपत पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के जोखिम से जुड़ी है, इसलिए मादक पेय से बचना चाहिए.

3. लाल मीट में इंटरल्यूकिन -6 (IL-6), C- रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) और होमोसिस्टीन जैसे इन्फ्लेमेटरी मार्कर्स के उच्च स्तर होते हैं जो अर्थराइटिस को खराब कर सकते हैं.

इसके अलावा, चीनी और नमक में उच्च खाद्य पदार्थों से बचा जाना चाहिए और गठिया से पीड़ित व्यक्ति को कैलोरी सेवन का ट्रैक रखना चाहिए और स्वस्थ वजन बनाए रखना चाहिए।इस समस्या में फिजियोथेरापी का ईलाज सबसे बेहतर विकल्प है जो जोडो़ को स्वस्थ्य रखने और बिमारी को और आगे बढ़ने से रोकता है ,दैनिक क्रियाकलापों को बढावा देता है।

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