ब्रेनडेड फिजियोथेरापी की तीसरे वर्ष की छात्रा के अंगदान से पांच लोगों को मिला नया जीवन
डोनेट लाईफ से प्राप्त जानकारी अनुसार गणदेवी तहसील के धमडाछा भुरावाडी की दिशा देवांगभाई नायक उम्र-20 वर्ष गत 16 जून की रात को घर में फांसी लगाई थी, जिसे अस्पताल में भर्ती करने पर चिकित्सकों ने ब्रेन डेड घोषित किया। परिवार के सदस्यों ने अंगदान का निर्णय लेने से पांच अन्य लोगों को नया जीवन मिला। लोकडाऊन के बाद सूरत में अंगदान का पहला मामला है।
नवसारी की इंस्टीट्युट ओफ फिजियोथेरापी के तीसरे वर्ष में अभ्यास करनेवाली युवती के फांसी लगाने पर परिवार के सदस्य उसे गणदेवी के दमणिया अस्पताल ले गये। चिकित्सा के दौरान 17 जून को सूरत के सीड्स अस्पताल में डो. करसन नंदाणीया के युनिट में भर्ती किया। 21 जून को चिकित्सकों की पैनल ने दिशा को ब्रेनडेड घोषित किया। दिशा का कोविड टेस्ट नेगेटिव आने के बाद चिकित्सकों ने परिवार के सदस्यों को अंगदान की जानकारी दी।
परिवार की सहमति मिलने से 27 जून को डोनेट लाईफ संस्था ने ब्रेनडेड दिशा के अंगों का दान स्वीकार करके अन्य जरूरतमंद पांच लोगों में ट्रान्सप्लान्ट करके उन्हे नया जीवन दिया।
डोनेट लाईफ के अध्यक्ष निलेश मांडलेवाला ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने अंगदान की प्रक्रिया पर रोक लगायी थी। सरकारी नीति नियमों अनुसार लोकडाऊन के बाद कल अंंगदान स्वीकारा गया।
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