बिहार में संचालित राज्य सरकार के बुनियाद केन्द्रों के माध्यम से गाँव स्तर तक फिजियोथेरापी और पुनर्वास की व्यवस्था।
समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार द्वारा विश्व बैंक संपोषित बिहार समेकित सामाजिक सुरक्षा सु²ढीकरण परियोजना के तहत प्रत्येक जिले के अनुमंडल स्तर पर एक-एक बुनियाद केंद्र की स्थापना की गई है। जहां वृद्धजनों, दिव्यांगों, विधवाओं के लिए सामाजिक सुरक्षा और उनकी सामाजिक देखभाल संबंधी समस्याओं पर कई तरह की सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
बुनियाद संजीवनी सेवा मोबाइल थेरेपी बैंक के साथ तकनीकी कान से कम सुनने की समस्या श्रवण यंत्र की सुविधा आवास संबंधी विभिन्न तरह की जांच थेरेपी तथा समस्याओं की उचित देखभाल, आंखों की जांच के बाद परामर्श व मार्गदर्शन देने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 एवं बिहार माता पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण नियमावली 2012 के बारे में भी आवश्यक मार्गदर्शन वृद्धजन दिव्यांगजन एवं विधवाओं के ज्ञान में मनोविवाद हेतु चलचित्र वृत्तचित्र घर के अंदर खेले जाने वाले खेलों की व्यवस्था समूह चर्चा और अन्य समूह विधियों का आयोजन, समाचार पत्र पत्रिका और पुस्तकों की व्यवस्था दिव्यांग जनों के लिए उनके अनुरूप खेले जाने वाले खेलों की व्यवस्था आवश्यकतानुसार चित्रकारी आदि की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई जाती है। बुनियाद केंद्र पर दिव्यांग जनों के लिए उपलब्ध सुविधाएं है
बुनियाद केंद्रों पर विधवा वृद्धजनों दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।वृद्धजन 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी महिला पुरुष,18 वर्ष से अधिक की आयु की महिलाएं, शारीरिक, मानसिक एवं अन्य किसी भी प्रकार की दिव्यांगता से ग्रसित किसी भी आयु वर्ग के महिला पुरुष एवं बच्चों को बुनियाद केंद्र पर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। बुनियाद केंद्र पर आवश्यक कानूनी अन्य प्रकार के परामर्श फिजियोथेरेपी व श्रवण संबंधी जांच व उचित निदान, आंखों की जांच एवं उनके इलाज के लिए परामर्श दिया जाता है। इसके अलावा शारीरिक, मानसिक, स्वास्थ्य की देखभाल और आवश्यक परामर्श एवं सहायक उपकरण संबंधी मार्गदर्शन सामाजिक पुनर्वास की व्यवस्था, भावनात्मक परामर्श और रेफरल सेवाएं जरूरतमंद को सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं सामाजिक सुरक्षा के अन्य कार्यक्रमों से संबंधित योजनाओं के लाभ के लिए भी बुनियाद केंद्रों पर मार्गदर्शन दिया जाता है।
1, फिजियोथेरेपी
2, दिव्यांगता से संबंधित समस्याओं का आकलन एवं प्रमाणीकरण में सहयोग
3, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल
4, सामाजिक पुनर्वास की व्यवस्था 5, विभिन्न प्रकार की दिव्यांगताओं का आकलन थेरेपी आवश्यक सहायक उपकरण की व्यवस्था भौतिक पुनर्वास संबंधी आवश्यक उपाय
6, आवश्यकतानुसार कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था
7, अस्थायी रात विषम व्यवस्था
8, विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कराने हेतु मार्गदर्शन बुनियाद केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाएं
1, आवश्यक कानूनी भावनात्मक परामर्श
2,. रोजगारोन्मुख कौशल विकास प्रशिक्षण एवं रोजगार संबंधी मार्गदर्शन 3, समुदाय आधारित संगठन स्वयं सहायता समूह से जुड़ाव सहायता
4, सामाजिक पुनर्वास की व्यवस्था
आज राज्य के प्रत्येक अनुमंडल में स्थापित बुनियाद केद्र के माध्यम से फिजियोथेरापी और पुनर्वास की विभिन्न चिकिसा पद्धतियों का गाँव स्तर पर प्रचार प्रसार और रोगों के निदान का काम हो रहा है ,ये हमारे फिजियोथेरापी के भविष्य के लिए बेहतर परिणाम दे सकता है।आज सैकडो़ फिजियोथेरापिटों को इस बुनियाद केद्र के माध्यम से रोजगार का अवसर बिहार में मिला है जो हमारे संवर्ग के लिए गर्व की बात है।
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