फिर मंझधार में हमारी नैया फंसी रह गई।
प्रमाणपत्रों का सत्यापन पैनल के अनुसार अभ्यर्थियों का तयशुदा तिथी के अनुसार समपन्न हो गई,अब बात थी संबंधित पदाधिकार के दिलाएं गए वादे के अनुसार सग्रहित राशि को उपलब्ध करा जल्दी से पत्र जारी करवाने का जो अपनो की निष्क्रियता के कारण संभव नहीं लग रहा था।मैं भी चुपचाप है बैठ गया हमारे साथ वाले अन्य साथी जिसमें प्रमुखता से मधुप अजित, दिलीप बास,इत्यादि थे ये भी शांत पड़ गए।
तब तक मेरे साथ काम करने वाले मनोज भारती जो बक्सर में मेरे साथ थे मेरे से इस कांउसलिंग के संबंध में सारी जानकारी मेरे से लेकर नवीन जी से शेयर कर कोर्ट चले गए, जिसमें यही मामला था बिहार के बाहर के कालेजों से पढ़कर आए बिहार के छात्रों को भी बुलाए जाने को लेकर जो न्योचित था इसकी जानकारी जब मुझे मिली तो मैने उनको भला बुरा कहा और ये भी कहा की जब आप उनको कोर्ट के लिए सारा पेपर मेरे से लेकर दिए तो आप क्यों नहीं आवेदक बने आपको भी शामिल होना चाहिए था,कल यदि कोर्ट आदेश करेगी तो आवेदक को यदि सिर्फ शामिल करती है तो आप बाहर हो जाओगे,इस मुद्दे को लेकर तब तक कोर्ट में तीन अन्य लोगों ने भी याचिका दायर कर दिया था और अंत में मनोज भारती भी दायर किए अब कुल मिलाकर चार याचिका फाइल हुए ,तब तक नवीन कुमार के बेंच में नवीन जी के केश में फैसला मिला कि सबको लेते हुए बिहार के बाहर वाले कालेजों को शामिल करते हुए कांऊसलिंग आयोजित करने का ,चारों हाई कोर्ट में दायर याचिकाओं में सै कुल 18 और अभ्यर्थियों को शामिल करने की बात आई तब फिर हमारी टीम में बिहार के बाहर वाले कालेजों के सदस्यो का भी जुडा़व हुआ जिसमें प्रमुखता से नवीन जी,सुमन भाई विवेक इत्यादि लोग जुडे़,अब हम सब का बस एक मकसद था बाद में जुडे़ अन्य सभी सहभागी अभ्यर्थियों का प्रमाणपत्र सत्यापन और सबको साथ लेकर चलना इस दौरान हमारी टीम में अपने तरफ से मैं और बाहर के कालेजों के लिए नवीन भाई साथ मिलकर काम करने लगें रिंकाऊसलिंग की तारीख भी तय हो गई जो नाम थे अभ्यर्थियों का पैनल के अनुसार तय कर दिए गए मगर फिर अचानक एक ऐसा वाकया आया कि हमारे सपने धरे के धरे रह गए.......
Bhot hi jaruri hai sab ko insab batao ko btana taki logo pta chalna chahiye
ReplyDeleteजी सर आज एक दशक के बाद हम कुछ पा रहें है लोग आज जो सोच रहें है कहां से आया कैसे आया ये जो मिल रहा है उसके लिए हमलोगों ने कितना मेहनत किया है
ReplyDeleteआप ने सुरू से ही सब का भला सोचा
ReplyDeleteभला सबका सोचिएगा तो सबके दिल में जगह मिलेगी
ReplyDeleteBihar sarkar Jo sautela nature rakti hai wo bilkul anuchit hai sabse better ho sabko samil kr ke exam krake result bnake selection honi cahiye... Corruption free nitish sarkar ji koo
ReplyDeleteसरकार को शुरू से संविदा नहीं परीक्षा लेकर ही बहाल करना चाहिए था
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