जिला अस्पतालों एवम सबजिला अस्पतालों में फिजियोथेरापिस्ट एवम आंकुपेशनलथेरापिस्ट के पद आईपीएचएस स्टैन्डर्ड 2012 के तहत।

https://mdeal.in/c_cD0smmritunjayphysio.blogspot.comhttps://www.facebook.com/profile.php?id=100008786890970addभारत सरकार स्वास्थ्य एवम परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों की स्वास्थ्य सुविधाओ को सृदृढ़ करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत राज्यों के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु रूप से बहाल करने के लिए एक मानक को तय किया था जिसे आईपीएचएस स्टैन्डर्ड 2012 के तहत जाना जाता है।IPHS देश में स्वास्थ्य देखभाल वितरण की गुणवत्ता में सुधार के लिए परिकल्पित समान मानकों का एक समूह है । ... राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को मजबूत करने के लिए इन आईपीएचएस दिशानिर्देशों को अपनाना चाहिए और देश भर में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए।
   सर्वप्रथम 2005 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के स्वास्थ्य सुधारों हेतु लागु किया गया,2007 में सर्वप्रथम आईपीएचएच स्टैन्डर्ड को इन कार्यक्रमों के सफल कार्यन्वयण हेतु लागु किया गया उसके उपरांत इस आईपीएचएस स्टैन्डर्ड में मुलभुत सुधार कर इसे पुर्णरूप से 2012 में लागु किया गया,आए देश भर मे स्वास्थ्य मानक के तौर पर इसी स्टैन्डर्ड को माना जाता है चाहे वो अस्पताल के लिए किसी भी तरह की आपुर्ति सुनिश्चित करने का मामला हो या अस्पताल में कार्यरत मानवबल के पद सृजन का इसमें हमारे संवर्ग फिजायोथेरापी और आंकुपेशनल थेरापी को सब जिला स्तर के अस्पतालों तक मानवबल के तौर पर कार्य करने का मौका दिया गया है।
      जिला अस्पतालों में जहां वहां उपलब्ध बेड के अनुसार हमारी स्थिती सुनिश्चित की गई है ही सब जिला अस्पतालों में फिजियोथेरापिस्ट एवम आंकुपेशनलथेरापिस्ट दोनों के एक पद सुनिश्चित किया गया है इस मानक के तहत कुछ राज्यों ने इस मानक के तहत इस संवर्ग के पदों को सृजित कर सबजिला एवम जिला अस्पतालों तक पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू जरूर कर दी है ,मगर देश के अधिकत्तर राज्यों में अभी इस पर अमल करना भी उचित नही समझा है।आज कोविड के दौरान फिजियोथेरापी आंकुपेशनलथेरापी संवर्ग की महत्ता को स्वीकारते हुए अन्य राज्यों को भी इस पर अमल करने की जरूरत जोनी चाहिए जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानक के अनु रूप है , इससे हमारे संवर्ग के लिए सरकारी तंत्र में रोजगार तथा यहाँ के नागरिकों की सेवा का मौका हमारे संवर्ग को मिल सके सरकारी तंत्र के माध्म्यम से हम आम जनता तक को अपनी सेवा प्रदान कर सकें।
                                      फिजियो मृत्युंजयसबजिला

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