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NHM के तहत बिहार में नवचयनित फिजियोथेरापिस्ट मित्रों के मानदेय के सबंध में जानकारी

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जैसा कि अभी राष्ट्रीय  स्वास्थ्य मिशन के तहत NPHCE, NPCD, NLEP, फिजियोथेरापिस्टो का योगदान  कराया गया  इस के संबंध में  दो तीन दिनों से लगातार कई लोगों के फोन मुझे आ रहे हैं  इसकी जानकारी के संबंध में  जो नवचयनित  अभ्यर्थी है, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि बिहार में  राष्ट्रीय  स्वास्थ्य मिशन के तहत  संचालित इन कार्यक्रमों में फिजियोथेरापिस्ट का अलग अलग स्तर पर केन्द्र  के द्वारा  राशि का प्रावधान  उनके मानदेय के तौर पर  हरेक वर्ष किया जाता रहा था  जो इस वित्तीय वर्ष  में  भी उसी तरह का बिहार के लिए था, मगर राज्य  स्वास्थ्य  समिति  ने सब के लिए  एक नियत मानदेय पर विज्ञापन  निकाला जिसमें सारे कार्यक्रमों  के लिए  एक समान है।       अब आगे आने वाले दिनों  के लिए  आपकी आंशंकाओं को दुर करने का मैं अपनी तरफ से प्रयास करता हूँ, जैसा कि एन एच एम के तहत कार्यरत कर्मियों को हरेक वर्ष 5 प्रतिशत  की वार्षिक  वृद्धि  मिलती है  ...

NHM कार्यक्रम के तहत फिजियोथेरापिस्टों के विभिन्न कार्यक्रमों में पदों पर चयनित फिजियोथेरापिस्टों को उज्जवल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएँ

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राष्ट्रीय  स्वास्थ्य  मिशन के  तहत NPHCE, NLEP, NPCDS,RBSK(DEIC) कार्यक्रम  के तहत बिहार के  विभिन्न  जिलों में  फिजियोथेरापिस्ट के पद पर  चयनित फिजियोथेरापिस्टों को उज्जवल  भविष्य की हार्दिक  शुभकामनाएँ ।      आपलोगों की बहुत सारे फोन एन एच एम के बारे पूछताछ और इन कार्यक्रमों से संबंधित  आ रहे थे, जिसका थोड़ा  सा अपने अनुभव के अनुसार  समाधान करने का  प्रयास करता हूँ, आपका National Programme for Health Care of the Elderly (NPHCE) का बिहार का रिजनल सेन्टर पटना मैडिकल कालेज में है  और प्रत्येक जिले में  इसका डिस्ट्रीक सेन्टर हैं  जो सीएचसी स्तर तक  काम करेगा जिसमें कुल 38 पद जिलास्तर पर सृजित है  जिसमें 4 पद फिजियोथेरापिस्ट का केन्द्र  सरकार के द्वारा इस कार्यक्रम  के तहत सृजित किया गया है। इस कार्यक्रम  के माध्यम  से बुजुर्गों के स्वास्थ्य  संबंधित समस्याओं का   निदान करना और उनका पुनर्वास  करना है।        हमारा दुसरा का...

झांरखण्ड फिजियोथेरापी कौंसिल का बिल विधान सभा से पारित

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आज के दिन झांरखण्ड जो 2000 में बिहार से अलग होकर राज्य बना अपने संवर्ग के सफर में बेहतर मापदंड को अपनाते हुए राज्यस्तरीय कौंसिल का निर्माण कर उन राज्यों के लिए मार्गदर्शक बन गया है जहां अभी फिजियोथेरापी कौंसिल का निर्माण नहीं हो पाया है।       इस कौंसिल निर्माण में झारखंड के फिजियोथेरापिस्टों का सामुहिक योगदान है जो डाक्टर अजित कुमार सर के कुशल नेत्तृत्व में संभव हो पाया है,राज्य सरकार की इच्छाशक्ति और फिजियोथेरापी सेवा के प्रति माननीय पुर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सरकार का अहम योगदान रहा है, जैसा कि कौंसिल निर्माण की प्रक्रिया 2014 से ही आरंभ हुई थी उस समय की सरकार के द्वारा मंत्री परिषद से अनुमोदन के पश्चचात राज्य के विधान सभा के पटल पर बिल को पास कराना था मगर तत्कालिक राज्य के विधानसभा चुनाव के कारण ये मामला विधानसभा में नहीं पहुँच पाया। झारखंड में फिजियोथेरापी के नेशनल कान्फ्रेंस के दौरान माननीय हेमंत सोरेन ने अपने दिए गए वायदों में अपने राज्य में फिजियोथेरापी संवर्ग की प्रगति और इसके कार्यों को पुरा करने के लिया दिया गया वादा अपनी सरकार म...

एक पड़ताल

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ये खबर 2015 के दैनिक समाचार पत्र का है, हमारे हिन्दुस्तान में बस 5हजार ही फिजियोथेरापिस्ट होने की बात करता है, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन इसकी उपलब्धता को 1लाख होना बता रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्रति 10हजार व्यक्ति पर एक फिजियोथेरापिस्ट की आवश्यकता है मगर ये सोचने वाली बात है कि हमारे देश की सबसे बड़ी संस्था जो  IAP  है, उसके मौजूदा सदस्यों की संख्या 55हजार है, मगर इस दैनिक समाचार पत्र का जो रिपोर्ट है उसमें मात्र 5हजार बताया जा रहा है।    तो क्या ये इतना बडा रिपोर्ट बिना किसी पड़ताल के जारी किया गया है या फिर हमारा जो संगठन है  IAP  उसका सरकार के तंत्र में कोई मतलब नही है, जब की IAP  विश्व भौतिक चिकित्सा संगठन का हिस्सा है और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इतना बडा रिपोर्ट बिना पड़ताल के जारी कर दिया। इसके पीछे बहुत सारे सवाल पैदा होते है कि या तो ये विश्व स्वास्थ्य संगठन का तैयार किया गया रिपोर्ट फर्जी है या फिर आईएपी के सदस्यों की सही जानकारी इस संगठन को नही दी गई।

वेलनेस सेन्टर आज भी बाट खोज रहा भौतिक चिकित्सकों की

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माननीय केन्द्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे जी का आश्वासन बस आश्वासन भर ही रह गया आज वेलनेस सेन्टर बहुत सारे राज्यों में संचालित किए जा रहे हैं, माननीय मंत्री महोदय ने अपने विश्व फिजियोथेरापी दिवस के अवसर पर उपस्थिति के दौरान ये बातें कही थी।            भारत (India) में स्वास्थ्य सेवाओं (Health Services) के बेहतर बनाने के लिए नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार तेजी से काम कर रही है. आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) के तहत देश में 1.25 लाख (एक लाख 25 हजार) वेलनेस सेंटर (Wellness Centre) खुलेंगे ऐसी स्थिती में जब फिजियोथेरापिस्टों को वेलनेस सेन्टर तक रखा जाएगा तो हमारे फिजियोथेरापी संवर्ग के हरेक फिजियोथेरापिस्ट को सरकार के साथ काम करने का मौका मिलेगा।आज हमें जरूरत है माननीय मंत्री की उदधोषणा पर कार्य करने का हमारे राष्ट्रीयस्तर के संगठन यदि इस पर अमल करते हैं तो ये हमारे संवर्ग के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी हमारी पद्धति का ग्रामीणस्तर तक विकास होगा, एक और बात CHO  का पद जो इन वेलनेस सेंन्टरों को संचालित करने के लिए बनाया ...

संवेदी एकीकरण थेरेपी (Sensory Integration Therapy)में व्यावासायिक चिकित्सकों के साथ भौतिक चिकित्सकों का महत्व।

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संवेदी एकीकरण थेरेपी (Sensory Integration Therapy) का उपचार क्या है ? संवेदी एकीकरण थेरेपी ए जीन आइरेस (एएसआई) के सिद्धांत पर आधारित है जिसमें एक हस्तक्षेप दृष्टिकोण, ‎अनुभवकारी एकीकरण के अनुभवजन्य व्युत्पन्न, और शरीर से संवेदी जानकारी को एकीकृत करने और संसाधित ‎करने की तंत्रिका संबंधी प्रक्रिया का वर्णन शामिल है। पर्यावरण दैनिक जीवन, भावनात्मक विनियमन, सीखने ‎और व्यवहार में भागीदारी में योगदान देता है।व्यावासायिक चिकित्सकों का इसमें अहम योगदान है मगर इलाजरत बच्चों को किसी तरह का चलन,माँसपेशीय या हड्डियाँ की विकृति या अन्य किसी तरह की भौतिक समस्या होती हैं तो वहां भौतिक चिकित्सक का भी महत्वपूर्ण भुमिका होती है। संवेदी एकीकरण थेरेपी का उद्देश्य संवेदी एकीकरण विकार वाले बच्चों की सहायता करना है। यह उन बच्चों को एक ‎संरचित और दोहराव तरीके से संवेदी उत्तेजना के सामने उजागर करके किया जाता है। इस चिकित्सा के पीछे ‎वास्तविक सिद्धांत यह है कि समय के साथ, मस्तिष्क स्वयं अनुकूल होगा और बच्चों को संसाधित करने और पहले ‎से अधिक कुशल तरीके से संवेदनाओं पर प्रतिक्रिया करने की अनुमति देगा।...

*Jaipur Rehab* *Vestibular Processing Dysfunctions in children with Cerebral Palsy & its Clinical Management’s (practical demonstration)

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*Jaipur Rehab*  feels immense proud to organise Free Online Webinar on Topic:  *Vestibular Processing Dysfunctions in children with Cerebral Palsy & its Clinical Management’s (practical demonstration)*  by:  *Dr Amit Barua (PT)*  B.P.T,M.P.T(SVNIRTAR),MIAP(L-403309),MIACP,MSIP C/SI(Certified Sensory Integration Therapist From University Of California) c/NDT (Bostan university ), certified Advance NDT therapist certified OPT level1&2 therapist  Certified Autism Movement Therapist From USA Director Of Little Seeds Clinic. President of chhattisgarh paediatric physiotherapist association. Date: 19th September, 2020 Time: 03:30 PM To join us Live follow the link: https://youtu.be/vxpfwyiVwXE Join us live on Youtube channel " Jaipur Rehab " Follow the link to subscribe http://www.youtube.com/c/JaipurRehab?sub=_confirmation=1 Join the official WhatsApp Group with the following link https://chat.whatsapp.com/LspE6sIYlOZGdXx5y4VufT Jo...