Posts

Showing posts from October, 2020

हीमोफीलिया के मरीजों के साथ फिजियोथेरापी और आॅकुपेशनलथेरापी महत्व

Image
हीमोफीलिया एक बहुत ही कम होने वाला जेनेटिक (माता-पिता से बच्चों में होने वाला) रोग है। इस बीमारी में चोट लगने पर खुन का थका नहीं जम पाता जिससे खून बहता ही रहता है। हीमोफीलिया होने के कारण खून में "क्लॉटिंग फैक्टर्स" की कमी हो जाती है।   हीमोफीलिया A  - इसमें क्लॉटिंग फैक्टर 8 की कमी होती है। यह हीमोफीलिया के 80 प्रतिशत मामलों का कारण होता है। हीमोफीलिया A से ग्रस्त 70 प्रतिशत लोगों में इसका गंभीर रूप ही पाया जाता है। हीमोफीलिया B  - इसको "क्रिसमस रोग" के नाम से भी जाना जाता है। इस रोग में मरीज़ में क्लॉटिंग फैक्टर 9 की कमी हो जाती है।  चिकित्सकों और चिकित्सकीय देखभाल से जुड़े लोग हीमोफीलिया से पीड़ित लोगों को सामान्य जीवन जीने में मदद करने में सहायक है जल्दी जांच, उपचार तक पहुंच और फिजियोथेरेपी की जरूरत इनसब में प्रमुख है। फैक्टर रिप्लेसमेंट थेरेपी और फिजियोथेरेपी के जरिये हीमोफीलिया के मरीज विशेषरूप से बच्चे खून से संबंधित इस जानलेवा बीमारी से लड़ सकते हैं।जानकारी की कमी और हीमोफीलिया का इलाज नहीं हो पाने के कारण जान जाने का खत...

बिग बाॅस फेम अर्शी खान फिजियोथेरापिस्ट के साथ साथ एक बेहतर अदाकारा

Image
बिग बॉस सीजन-11 में अपनी अदाओं और तड़ाका जैसा अवतार दिखाने वाली अब ग्लैमरस अंदाज से तहलका मचाने वाली भोपाल की मॉडल और एक्टे्रस अर्शी खान गूगल पर भी खूब चर्चा में बनी हुई है। आपाको बता दें कि सोशल मीडिया की लिस्ट दूसरे नंबर पर हैं जबकि इस लिस्ट में पहले स्थान पर सनी लियोनी हैं।अर्शी खान एक समय पर मॉडल नहीं बल्कि तब एक डॉक्टर बनना चाहती थी। शायद कई लोग इस बात से अनजान होंगे की अर्शी के पास फिजियोथेरापी की डिग्री भी हैं। अर्शी खान एक फिजियोथेरापिस्ट हैं। उसने कई लोगों की ट्रीटमेंट भी की हैं।अर्शी ने भोपाल के जिस मेयो कॉलेज में फिजियोथेरेपी की पढ़ाई की है। उनकी जन्म तिथि 29 जुलाई 1986 है।

कोरोना को हराकर डिस्चार्ज हुए पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जिसमें फिजियोथेरापिस्ट की अहम भुमिका रही

Image
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह करीब26 दिनों बाद कोरोना संक्रमण को हराकर सोमवार को अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए। डिस्चार्ज करते समय अस्पताल के स्टाफ ने उनपर फूल बरसाकर उन्हें शुभकामनाएं दीं। वहीं कल्याण सिंह ने भी समस्त स्टाफ को धन्यवाद दिया। दरअसल, 83 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह कोरोना बीमारी से ग्रस्त होने के कारण गत 16 सितम्बर गाजियाबाद के यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती थे। जिनके उपचार में कई वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम लगी हुई थी।        कल्याण सिंह के लिए नियुक्त चिकिसकों के पैनल द्वारा अस्पताल में 26 दिनों के गहन निगरानी एवं उपचार जिसे एंटी वाइरल ड्रग थिरैपी, चेस्ट फिजियोथेरेपी एवं आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों से किया गया।इनके ईलाज के दौराना फिजियोथेरापी की आहम भुमिका रही, जिसके परिणाम स्वरुप वे अब स्वस्थ हैं तथा उनकी कोरोना की रिपोर्ट भी निगेटिव आ गयी है और उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन भी अब ठीक है।

बिहार में संचालित राज्य सरकार के बुनियाद केन्द्रों के माध्यम से गाँव स्तर तक फिजियोथेरापी और पुनर्वास की व्यवस्था।

Image
समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार द्वारा विश्व बैंक संपोषित बिहार समेकित सामाजिक सुरक्षा सु²ढीकरण परियोजना के तहत प्रत्येक  जिले के  अनुमंडल स्तर पर एक-एक बुनियाद केंद्र की स्थापना की गई है। जहां वृद्धजनों, दिव्यांगों, विधवाओं के लिए सामाजिक सुरक्षा और उनकी सामाजिक देखभाल संबंधी समस्याओं पर कई तरह की सेवाएं प्रदान की जाती हैं।      बुनियाद संजीवनी सेवा मोबाइल थेरेपी बैंक के साथ तकनीकी कान से कम सुनने की समस्या श्रवण यंत्र की सुविधा आवास संबंधी विभिन्न तरह की जांच थेरेपी तथा समस्याओं की उचित देखभाल, आंखों की जांच के बाद परामर्श व मार्गदर्शन देने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 एवं बिहार माता पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण नियमावली 2012 के बारे में भी आवश्यक मार्गदर्शन वृद्धजन दिव्यांगजन एवं विधवाओं के ज्ञान में मनोविवाद हेतु चलचित्र वृत्तचित्र घर के अंदर खेले जाने वाले खेलों की व्यवस्था समूह चर्चा और अन्य समूह विधियों का आयोजन, समाचार पत्र पत्रिका और पुस्तकों की व्यवस्था दिव्यांग जनों के लिए उनके अनुरूप खेल...

विश्व गठिया दिवस 12अक्टुबर पर बिशेष जोड़ों को स्वस्थ्य और दर्द से बचने के लिए इन खाद्य पदार्थों का करें सेवन।

Image
विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day 2020) हर साल 12 अक्टूबर को मनाया जाता है.ये दिन गठिया के उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. गठिया का अर्थ है सूजन या एक या अधिक जोड़ों की सूजन होना. गठिया का सबसे आम रूप ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) है. अन्य सामान्य रूपों में गठिया (gout) , संधिशोथ (rheumatoid) और ल्यूपस (lupus) शामिल हैं. गठिया उन सभी कामों को सिमित कर सकता है जो चलकर किये जाते हैं.चलना, साइकिल चलाना और तैरना गठिया के दर्द को कम करता है और कार्य, मनोदशा और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करता है. लोग अपने वजन को नियंत्रित करके घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के जोखिम को कम कर सकते हैं.     विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day 2020) हर साल 12 अक्टूबर को मनाया जाता है.ये दिन गठिया के उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. गठिया का अर्थ है सूजन या एक या अधिक जोड़ों की सूजन होना. गठिया का सबसे आम रूप ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) है. अन्य सामान्य रूपों में गठिया (gout) , संधिशोथ (rheumatoid) और ल्यूपस (lupus) शामिल हैं. गठिया उन ...

स्वास्थ्य मंत्रालय के टेलि मेडिसिन ई संजीवनी के तहत फिजियोथेरापी की ओपीडी की सेवा भी संचालित

Image
 स्वास्थ्य मंत्रालय की टेलीमेडिसिन पहल ई-संजीवनी रोगियों और डॉक्टरों के बीच तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है। इसने बहुत कम समय में 5 लाख टेलीकंसल्टेशन पूरा किया है। अंतिम एक लाख परामर्श 17 दिनों के रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया। स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के डिजिटल साधन के तौर पर ई-संजीवनी धीरे-धीरे भारतीय स्वास्थ्य सेवा डिलिवरी प्रणाली की एक समानांतर धारा के रूप में आकार ले रही है। पिछले कुछ दिनों में इस प्लेटफॉर्म पर दैनिक टेलीकंसल्टेशन की संख्या 8,000 के पार पहुंच गई। संजीवनी टेलिमेडिसिन को नवंबर 2019 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था।       केरल में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम- डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर की सेवाएं प्रदान करने के लिए ई-संजीवनी ओपीडी के तहत 14 ओपीडी स्थापित कर रहा है। टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म पर इन 14 ओपीडी में से प्रत्येक में मनोवैज्ञानिक, स्पेशल एजुकेटर, स्‍पीच थेरेपिस्ट और एक फिजियोथेरेपिस्ट की एक टीम होती है जो बच्चों के विकास और उनके भविष्य के स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को दूर कर स...

एक महिला फिजियोथेरापिस्ट की धुन जिसने विकलांग और बेसहारा कुत्तो के लिए अपनी नौकरी छोड़ उनकी देखभाल के लिए पोष फाऊन्डेशन बनाया।

Image
आपने लोगों को सोशल मीडिया पर जानवरों के हित में पोस्ट शेयर-लाइक करते हुए देखा होगा, लेकिन हकीकत में कम ही लोग ऐसा करते हैं। हाल ही में  दिल्ली से सटे गाजियाबाद की एक फिजियोथेरेपिस्ट, अदिति बादाम ने जानवरों की मदद के लिए अपनी नौकरी ही कुर्बान कर दी। अदिति ने विकलांग जानवरों के लिए नौकरी छोड़ दी, ताकि वो जानवरों की मदद कर सकें और उन्हें फिर से अपने पैरो पर चलाने में मदद कर सके। बता दें एक बार अदिति एक ऐसे कुत्ते के बच्चे को डॉक्टर के पास लेकर गई थी, जिसे रीढ़ की हड्डी में दिक्कत थी, जहां डॉक्टर ने कहा था कि वो चल नहीं सकता। हालांकि अदिति ने डॉक्टर की ओर से दी हुई राय को नजरअंदाज करते हुए उस कुत्ते को घर ले लाईं और उसकी देखभाल शुरू कर दी। साथ ही अदिति ने इंसानों की रीढ़ की हड्डी में दिक्कत होने पर दी जाने वाली फिजियोथैरेपी के माध्यम से कुत्ते का इलाज शुरू कर दिया। इस दौरान जूली (कुत्ता) ने भी अदिति के साथ दिया और अच्छे से अपना इलाज करने दिया। अदिति ने द बेटर इंडिया को बताया कि उनके इलाज के 6 महीने बाद जूली अपने पावों पर चलने लगी और उन्हें पता चला कि जूली की रीढ़ की हड्डी टूटी नहीं थी,...

वाहबिज़ भरूचा एक फिजियोथेरापिस्ट के साथ साथ भारतीय रग्बी महिला टीम में कप्तान भी।

Image
वाहबिज़ भरूचा वर्तमान में भारतीय रग्बी महिला टीम की कप्तान हैं और वह पेशे से एक फिजियोथेरेपिस्ट हैं, जो खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में अपने साथियों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। इसके साथ ही भरूचा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में अपनी फिजियोथेरेपिस्ट का अभ्यास भी कर रही है। रग्बी टीम से ड्रॉप होने से लेकर कप्तान बनने का सफ़र वाहबिज़ भरूचा के नेतृत्व में भारतीय रग्बी महिला टीम ने कांस्य पदक हासिल किया था। यह पदक फिलीपींस में एशियाई महिला डिविजन एक रग्बी चैंपियनशिप हासिल हुआ था। हालांकि वहीं, 2016 में वाहबिज़ भरूचा को टीम से बाहर कर दिया गया था, क्योंकि फिजियोथेरेपी के अभ्यास के कारण उनका प्रदर्शन काफी समय तक खराब हो गया था।वाहबिज़ भरूचा ने खेल के बारे में बात करते हुए कहा, "एक समय था, जब मैंने खेल पर ही ध्यान केंद्रित किया था, लेकिन मेरे फिजियोथेरेपी की वजह से मुझे बाहर रहना पड़ा। मैंने अपनी ज़िंदगी में अच्छा समय भी देखा है और बुरा समय भी देखा है, जब मुझे भारतीय टीम से बाहर बैठना पड़ा।" उन्होंने आगे कहा, "लेकिन अब मुझे अपने खेल और फिजियोथेरिपी को बैले...

बिहार में फिजियोथेरापी आॅकुपेशनलथेरापी संवर्ग के उत्थान के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधानसचिव के साथ विमर्श।

Image
विगत 6 अक्टूबर को बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के साथ  बिहार में  कार्यरत  फिजियोथेरापिस्टों  तथा आॅकुपेशनलथेरापिस्टों का एक प्रतिनिधि मंडल राज्य में इस संवर्ग की बेहतरी के मिला,इस दौरान विभिन्न  मुद्दों पर प्रधान सचिव के साथ विमर्श  रखा गया।    इस दौरान  प्रतिनिधि मंडल ने राज्य के  फिजियोथेरापी आॅकुपेशनलथेरापी संवर्ग के वेतनमान में  सुधार की बात को प्रमुखता से रखा तथा नियमावली के मुताबिक उनके कैडर का निर्धारण और वेतनमान की चर्चा करी साथ ही साथ राज्य में तकनीकी सेवा आयोग से फिजियोथेरापी आॅकुपेशनलथेरापी की आई नियमित बहाली में उम्र सीमा में अन्य संवर्गो की तरह सामान्य उम्र सीमा में छुट का प्रावधान  करने की बात करी जैसा कोर्ट के तत्कालीन आदेश जिसमें  सिर्फ कोर्ट में इस संवर्ग के आवेदक को सिर्फ छुट का प्रावधान  की बात की गई है, इस पर प्रधान सचिव ने उचित प्रावधान  देने की बात करी,हमारे प्रतिनिधि मंडल ने राज्य में  संचालित एकमात्र  सरकारी  संस्थान जो फिजियोथेरापी आॅकुपेशनलथेरापी की  पढ...

गुजरात के कांग्रेसी नेता भरत सिंह सोलंकी कोविड 19 संक्रमण के बाद लगातार तीन माह से फिजियोथेरापी के कारण बेहतर स्थिति में।

Image
आजकल नेताओं को कोरोना का असर होते देखा जा रहा है। सरकारी अमला लोगों को कोरोना से बचाने का हर संभव प्रयास कर रही है। अब ये लोगों पर है कि वो इन नियमों का पालन करते हैं या नहीं।कांग्रेस के दिग्गज नेता और भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री भरत सिंह सोलंकी कोरोना संक्रमित हुए थे। इसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई थी। उन्हें पहले तो वडोदरा के अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती किया गया और उसके बाद उन्हें अहमदाबाद की अस्पताल में भर्ती किया गया। कोरोना की उपचार के दौरान उनके दिखावे में भी काफी परिवर्तन आया है। अब कोई भी यदि उन्हें पहली बार देखेंगे तो कह नहीं पाएंगे कि ये भरतसिंह सोलंकी हैं।भरतसिंह सोलंकी को लेकर एक बड़ी खबर आई है। अस्पताल में उपचार ले रहे भरतसिंह सोलंकी की तबीयत में सुधार हो रहा है। अस्पताल में सात दिन की उपचार के बाद फिलहाल उनकी फिजियोथेरापी कराई जा रही है और इस कारण उनकी तबीयत में बहुत ही सुधार दिख रहा है।फिलहाल उनकी तबीयत अच्छी है और उन्हें कसरत कराया जा रहा है। फिजियोथेरापी की उपचार के बाद भरतसिंह सोलंकी को स्थिति पहले से बेहतर हुई है और अब उसमें भी रिकवरी आ रही है। भरतसिंह सोल...

ब्रेनडेड फिजियोथेरापी की तीसरे वर्ष की छात्रा के अंगदान से पांच लोगों को मिला नया जीवन

Image
लाॅकडाऊन के बाद सरकारी नीति नियमों अनुसार ब्रेनडेड युवती के अंगदान से पाच जरूरतमंद लोगों को नया जीवन प्रदान किया गया। डोनेट लाईफ से प्राप्त जानकारी अनुसार गणदेवी तहसील के धमडाछा भुरावाडी की दिशा देवांगभाई नायक उम्र-20 वर्ष गत 16 जून की रात को घर में फांसी लगाई थी, जिसे अस्पताल में भर्ती करने पर चिकित्सकों ने ब्रेन डेड घोषित किया। परिवार के सदस्यों ने अंगदान का निर्णय लेने से पांच अन्य लोगों को नया जीवन मिला। लोकडाऊन के बाद सूरत में अंगदान का पहला मामला है। नवसारी की इंस्टीट्युट ओफ फिजियोथेरापी के तीसरे वर्ष में अभ्यास करनेवाली युवती के फांसी लगाने पर परिवार के सदस्य उसे गणदेवी के दमणिया अस्पताल ले गये। चिकित्सा के दौरान 17 जून को सूरत के सीड्स अस्पताल में डो. करसन नंदाणीया के युनिट में भर्ती किया। 21 जून को चिकित्सकों की पैनल ने दिशा को ब्रेनडेड घोषित किया। दिशा का कोविड टेस्ट नेगेटिव आने के बाद चिकित्सकों ने परिवार के सदस्यों को अंगदान की जानकारी दी। परिवार की सहमति मिलने से 27 जून को डोनेट लाईफ संस्था ने ब्रेनडेड दिशा के अंगों का दान स्वीकार करके अन्य जरूरतमंद पांच लोगों ...

बिहार का एकमात्र सरकारी फिजियोथेरापी आॅकुपेशनलथेरापी काॅलेज का खस्ताहाल

Image
विकलांग शब्द की जगह दिव्यांग ने ले ली है। लेकिन कंकड़बाग स्थित इस अस्पताल सह कालेज का नाम अभी भी विकलांग भवन अस्पताल ही चला रहे हैं। इसी के प्रांगण में है बिहार कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी एंड अॉक्युपेशनल थेरेपी। मरीजों को देखने से लेकर उसके इलाज और मेडिकल के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई की व्यवस्था है यहां। यह पटना मेडिकल कॉलेज का ही अंग है। 35 बेड के अस्पताल में फिजियोथेरेपी से जुड़े वैसे मरीज भर्ती होते हैं जिनको पटना में रहने की सुविधा नहीं है। रहने से लेकर खाने तक की व्यवस्था सरकार की ओर से मुफ्त है। पांच रुपए रजिस्ट्रेशन है।यहाँ फिजियोथेरापी और आॅकुपेशनलथेरापी का राज्य सरकार के द्वारा आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा के बाद 20सीट फिजियोथेरापी तथा 20 सीट आॅकुपेशनलथेरापी के बैचलर पाठ्यक्रम के निर्धारित है। बिहार के सभी प्राइवेट फिजियोथेरापी संस्थानों में बैचलर डिग्री के बाद मास्टर का कोर्स संचालित किया जाने लगा इस संस्थान में भी मास्टर कोर्स के संचालन हेतु कई बार राज्य सरकार के द्वारा आश्वासन दिया गया मगर तकनीकी कारणों और काॅलेज के प्रशासन की कुछ कमियों के कारण आज तक यहाँ मास्टर पाठ्यक्...

आईसीएमआर द्वारा लिस्ट ऑफ एसेंशियल एसिस्टिव प्रोडक्ट्स के बारे में पब्लिक कमेंट मांगे गए।

Image
सभी भौतिक चिकित्सक गणों को सूचित किया जाता है कि आईसीएमआर द्वारा लिस्ट ऑफ एसेंशियल एसिस्टिव  प्रोडक्ट्स के बारे में पब्लिक कमेंट मांगे गए हैं इसमें हमें बताना है की फिजियोथैरेपिस्टो की क्या राय है? आपके सुझाव कल दिनांक  तक स्वीकार किए जाएंगे। सुझाव का प्रोटोटाइप संलग्न है नीचे दी गई फाइल को संलग्न करना है। आपके साथ एक लिंक साझा कर रहे हैं जिस पर क्लिक करके आप अपने सुझाव दे सकते हैं यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी राय और सुझाव प्रदान करें धन्यवाद। 👇 नीचे लिंक है

भारत में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बन रहे एलायड हेल्थ कौंसिल के बिल का सच।

Image
 स्वास्थ्य देखरेख की वास्तविकता का पता लगाने एवं उपलब्ध मानव संसाधन का उपयोग करने में देश के वर्तमान स्वास्थ्य ढांचे को विफल बताते हुए संसद की एक स्थायी समिति ने चिकित्सा पेशे को उत्तम बनाने के लिए उत्कृष्ट अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से सहयोग करने एवं सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) को बढ़ावा देने का सुझाव दिया है ताकि गुणवत्ता बेहतर की जा सके.       स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संबंधी स्थायी समिति ने सहबद्ध और स्वास्थ्य देखरेख वृत्ति या व्यवसाय विधेयक पर विचार विमर्श के दौरान यह टिप्पणी की. विधेयक फिजियोथेरापी, आप्टोमैट्री, न्यूट्रिशनलिस्ट, चिकित्सा प्रयोगशाला, विकिरण चिकित्सा प्रौद्योगिकी सहित चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े 53 से अधिक ऐसे व्यवसायों को मान्यता प्रदान करने का उपबंध करता है जिनके पास समग्र विनियामक तंत्र नहीं है. इसमें ऐसे व्यवसायियों के संबंध में एक केंद्रीय रजिस्टर बनाने का उपबंध भी किया गया है.       संसद में हाल ही में पेश समिति की रिपोर्ट में स्वास्थ्य देखरेख क्षेत्र के विकास के लिये एक व्यापक विनियामक प्रणाली की वकालत करते हुए...